Monday, May 31, 2021

"मीडिया कर्मीयो को भी लगेगा टीका वैक्सीनेशन के लिए सूची उपलब्ध कराने को कहा गया"

प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बंधुओं को मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय के द्वारा पत्र के माध्यम से मीडिया बंधुओं के वैक्सीनेशन हेतु सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था जिसके क्रम में जिला सूचना कार्यालय के द्वारा पत्र के माध्यम से मीडिया बंधुओं से 31 मई 2021 तक वैक्सीनेशन हेतु मीडिया बंधुओं की सूची उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया गया था जिसके क्रम में 31 मई 2021 की शाम 5:00 बजे तक जिन मीडिया बंधुओं के द्वारा जिला सूचना कार्यालय में सूची उपलब्ध कराई गई है वह सुबह सूची मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को प्रेषित कर दी गई है अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी या प्रभारी वैक्सीनेशन के द्वारा बताया गया है की 16 2021 से प्रेस क्लब में सूचना कार्यालय के द्वारा उपलब्ध कराए गए मीडिया बंधुओं की सूची के अनुसार 11:00 बजे से वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा उन्होंने यह भी बताया है कि 1 दिन में केवल 100 लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा जिसमें से 18 से 44 वर्ष तक की आयु के 50 लोगों का तथा 45 वर्ष से अधिक आयु के 50 लोगों वैक्सीनेशन किया जाएगा संदर्भित मीडिया बंधुओं से शासन अनुरोध करता है कि वह अपने आधार कार्ड एवं संस्थान के आईडी कार्ड के साथ निर्धारित समय पर प्रेस क्लब में पहुंचकर वैक्सीनेशन करवाएं 11:00 बजे से होगा।

"प्रयागराज हुआ कर्फ्यू मुक्त मुख्यमंत्री व प्रशासन का आभार"

प्रयाग व्यापार मंडल द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी को निरंतर पत्र लिखकर बाजारों को खोलने की मांग रखी जा रही थी प्रयागराज जिला अधिकारी के अथक प्रयास से जिले में कोरोना के केसेस बहुत तेजी से गिरे जिससे कि दिनांक 16 2021 से प्रयागराज को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया।
प्रयाग व्यापार मंडल का एक श्रेष्ठ मंडल जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी एवं आईजी रेंज के पी सिंह से मिलने वालों में प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय अरोरा, महामंत्री सोहेल अहमद, जिला अध्यक्ष मोहम्मद कादिर, सिविल लाइंस व्पायार मंडल अध्यक्ष सुशील खरबंदा, महामंत्री शिव शंकर सिंह, प्रयाग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण केसरवानी, व राणा चावला, हर्षित अग्रवाल, रोहित अरोड़ा आदि रहे।
इसमें जिलाधिकारी महोदय ने स्पष्ट किया कि प्रातः 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक दुकानों के खुलने की अनुमति प्रदान की गई है लेकिन व्यापारियों को मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन खुद भी करना होगा एवं ग्राहकों को भी करवाना पड़ेगा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर जिले में फिर से 600 से अधिक मरीज हो जाते हैं तो प्रशासन को फिर से लॉकडाउन करना पड़ेगा।
प्रयाग व्यापार मंडल शहर के सभी व्यापारियों से अपील करता है कि प्रत्येक व्यापारी संकल्प लें कि गाइडलाइंस का पालन करेंगे और जल्द से जल्द अपना अपने कर्मचारियों का व उनके परिवार वह अपने परिवारों को टीकाकरण करा कर कोरोना कर्फ्यू खत्म करेंगे।
प्रयाग व्यापार मंडल ने साथ ही साथ प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने व्यापारियों द्वारा भेजे गए ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए बाजारों को खोलने की अनुमति प्रदान की।
आभार प्रकट करने वालों में अनीता जायसवाल, जगदीश गुलाटी, गिरधारी लाल अग्रवाल, केशव मोहन गुप्ता, उमेश केसरवानी, अनु दुबे, पार्षद अखिलेश सिंह, इंदर मध्यान्ह, मणिलाल केसरवानी, सतीश केसरवानी, ललित मोहन गुप्ता, प्रवीण मालवीय, अंबरीश खुराना, रविंद्र नैयर, शरद सक्सेना, मनीष सचदेव, दिनेश सिंह, महमूद अहमद, विजय वसीम खान, मोहम्मद शाहिद, बबलू शगुन,अजय मेहरोत्रा, सरदार प्रीतम सिंह, सरदार परमजीत सिंह, आशीष केसरवानी,  अनिमेष अग्रवाल, आशीष अरोड़ा, डॉ सुभाष यादव, रत्न अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, सरदार दिलजीत सिंह, मोहम्मद मोइन अख्तर, विनय टंडन, राजीव नगर, धनंजय सिंह, संजय गुप्ता, अजय अवस्थी, शानू यादव, रानू गोटा, अतुल केसरवानी, श्याम केशरवानी, प्रमोद बंसल, राजेश गुप्ता, सतीश कुशवाहा, प्रफुल्ल मित्तल, सलामत अहमद, नरेंद्र खेरा, मंटू धर्मेंद्र द्विवेदी, राकेश जयसवाल नैनी, निखिल मलक, धर्मेंद्र केसरवानी, अनूप केशरवानी, संजय अग्रवाल, रविंद्र गिरी, नरेश कुंद्रा, शफीक उर रहमान, मोहम्मद अकरम शगुन, अनुज अग्रवाल, अमित साहू, विक्की केसरवानी, रोहित अरोड़ा, अशोक अरोड़ा, मोहम्मद आमिर, आरिफ खान, पार्षद साहिल अरोड़ा, आदि उपस्थित रहे।

Sunday, May 30, 2021

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों अजय कुमार गुप्ता एवं मनोज कुमार द्वारा बनाया गया तंबाकू निषेध दिवस पर भव्य सैंड आर्ट

वर्ल्ड नो तंबाकू डे 2021
वर्ल्ड नो तंबाकू डे 2021 के उपलक्ष्य में समाज को तंबाकू सेवन ना करने के प्रति जागरूक करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग मास्टर ऑफ फाइन आर्ट के छात्रों अजय और मनोज ने मिलकर बहुत ही शानदार सैंड आर्ट का निर्माण किया।तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है यह लाइन आपको कहीं ना कहीं लिख ही मिल जाएगी लेकिन इसका पालन शायद ही कोई करता हूं हर साल 31 मई को नो टोबैको डे यानी विश्व तंबाकू नििषेध दिवस मनायााा जाता है। इस दिन को मनानेेे के लिए वर्ल्ड्ड्ड नो टोबैको डे की थीम भी रखी जाती है। नोर्ल्ड्ड्ड्ड्ड्
World no tobacco day मनाने का उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान के विषय में सचेत करना है , डब्ल्यूएचओ के मुताबिक तंबाकू की वजह से दुनिया भर में हर साल 8 मिलियन लोगों की मौतें होती हैं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा नो टोबैको डे की शुरुआत की गई थी इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू से स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे और साइड इफेक्ट को लेकर जागरूक करना था और उन्हें इस चीज के इस्तेमाल से दूर करना था।
वर्ल्ड नो टोबैको डे का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि तंबाकू की वजह से कितने लोगों की हर साल मौत होती है तंबाकू के इस्तेमाल से कैंसर दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियां दांतों की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं।

Pm News 24 (सच का आइना)
अंकित जायसवाल की रिपोर्ट...

"लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज समेत 20 जिलों में कोरोना कर्फ्यू में कोई छूट नहीं"

उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर नए नियम कानून जारी किए गए हैं साप्ताहिक बंदी पहले की तरह जारी रहेगी, जिन जिलों में 600 से कम केस हैं वहां बाजार सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुलेंगे और 600 से अधिक केसो वाले शहरों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
जिन जिलों में कोई केस नहीं वह इस प्रकार हैं:-
लखनऊ, प्रयागराज, मेरठ, सहारनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, बरेली,  मुरादाबाद, गाजीपुर, बिजनौर, देवरिया, गोरखपुर, बुलंदशहर,  जौनपुर, सोनभद्र, झांसी, लखीमपुर खीरी इन जिलोंं में पहले की तरह बाजार स्कूल कोचिंग सिनेमा मॉल सब बंद रहेंगे।

55 जिलों को मिलेगी छूट पर राहत वाली खबर यह है कि जिन शहरों में एक्टिव केस 600 से कम होंगे वहां स्वत: छूट वाले नियम लागू हो जाएगें और छूट वाले शहरों में यदि एक्टिव के बढ़ते हैं तो स्वत: पूर्णत प्रतिबंध लागू हो जाएगा।
*कोरोना के अभियान से जुड़े फ्रंटलाइन सरकारी विभागों में पूर्ण उपस्थिति रहेगी एवं शेष सरकारी कार्यालय 50% के साथ खुलेंगे एवं जो 50% कम रहेंगे उनको रोटेशन से बुलाया जाएगा हर कार्यालय मे कोविड-19 डेस्क बनेंगे।

*प्राइवेट सेक्टर की भी कंपनियां खुलेंगे साथ ही work-from-home की व्यवस्था लागू करने की व्यवस्था करने को कहा गया।

*औद्योगिक संस्थान खुले रहेंगे एवं यहां कार्य करने वालों को आईडी के आधार पर आने-जाने की अनुमति होगी।

*सब्जी मंडियां पूर्व की भांति खुलेंगे परंतु घनी आबादी वाली मंडियों को प्रशासन खुले स्थान पर संचालित करवाएगा।

*रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं रोडवेज बस में मास्क, सैनिटाइजर, स्क्रीनिंग व एंटीजन टेस्टिंग की जाएगी लक्षण वाले व्यक्तियों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा जाएगा।

*स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थान शिक्षण कार्य हेतु बंद रहेंगे विभागीय आदेश के अनुसार माध्यमिक एवं उच्च शिक्षण संस्थान कोचिंग में ऑनलाइन पढ़ाई की अनुमति मिलेगी कर्मचारियों को प्रशासनिक कार्य हेतु आने जाने की अनुमति होगी।

*बैंक बीमा कंपनी खुले रहेंगे।

* रेस्टोरेंट्स में होम डिलीवरी की अनुमति होगी इसके अलावा हाईवे पर धावे ठेले खोमचे खुल सकेंगे नियम कानून के साथ।

*कंटेनमेंट जोन को छोड़कर शेष स्थान में धर्मस्थल खुलेंगे 5 श्रद्धालुओं के साथ।

*25 व्यक्तियों की मौजूदगी में शादी समारोह फंक्शन हो सकेंगे नियम कानून के साथ।

*शव यात्रा में अधिकतम 20 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

Saturday, May 29, 2021

*1 जून से यूपी में चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा कोरोना कर्फ्यू- स्वास्थ्य मंत्री- जयप्रकाश सिंह,*

  लखनऊ। 
कोरोना वायरस संक्रमण में सेकेंड स्ट्रेन के बढ़ते मामलों के कारण एक मई से प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू में एक जून से आंशिक ढील दी जाएगी। इस दौरान अधिक एक्टिव केस वाले जिलों में राहत नहीं मिलेगी। उत्तर प्रदेश में सभी जगह 33 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सरकारी तथा प्राइवेट कार्यालय भी खोले जाएंगे। प्रदेश में नाइट कर्फ्यू फिलहाल लागू रहेगा। इसमें रात आठ बजे से अगले दिन सुबह सात बजे तक तमाम पाबंदियां जारी रहेंगी। 
             मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक में कोरोना कर्फ्यू पर प्रमुखता से चर्चा की और इस दौरान कोरोना कर्फ्यू में ढील देने पर सहमति बनी।
        प्रदेश में एक जून से उद्योग, दुकान तथा बाजारों को राहत दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में अधिक एक्टिव केस वाले जिलों में अभी राहत नहीं दी जाएगी, जबकि नाइट कर्फ्यू हर जिले में जारी रहेगा। 
       कोरोना वायरस संक्रमण काल में प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू इस बार भी चरणबद्ध ढंग से खोला जाएगा। प्रदेश में अब 24 घंटे में दो हजार तक नए संक्रमित आने से इसका प्रभाव कुछ कम होने लगा है। रिकवरी रेट भी 97 प्रतिशत तक पहुंचने के बाद अब सरकार जनता को राहत देने के मूड में है। 
      प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 22 से घटकर एक प्रतिशत रह गई है। एक जून से राज्य में चरणवार कोरोना कर्फ्यू खोला जाएगा। सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक तमाम बंदिशों से पाबंदी हटाई जा रही है। इस दौरान वीकेंड और नाइट कर्फ्यू अभी भी जारी रहेगा। 
       योगी आदित्यनाथ सरकार अचानक ही सब अनलॉक करने के मूड में नहीं है। कोरोना वायरस संक्रमण के सेकेंड स्ट्रेन के साथ ही ब्लैक फंगल इंफेक्शन को लेकर सरकार अभी भी काफी सतर्क है। इसी कारण अलग-अलग फेज में कई तरह की गतिविधियों में छूट दी जाएगी।
      सरकार का मानना है कि कोरोना कफ्र्यू के कारण ही प्रदेश में संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित किया गया है। सरकार कई जगह पर छूट तो दे रही है, लेकिन सभी जगह पर कोविड प्रोटोकॉॅल यानी मास्क व फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन होगा। सरकार कपड़े की दुकान, वैवाहिक वस्तुओं की दुकान, निर्माण से जुड़ी सामग्री की दुकान, 50 प्रतिशत कर्मी क्षमता के साथ बड़ी दुकान या रेस्टोरेंट तथा 33 प्रतिशत कर्मियों के साथ सभी सरकारी तथा प्राइवेट कार्यालय को खोलने की छूट है। कंटेनमेट जोन की सभी दुकान, शॉपिंग मॉल, फिल्म थिएटर, सैलून तथा सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम पर अभी रोक रहेगी।

Friday, May 28, 2021

आपदा में फंसे लोगों की हमेशा करें मदद जैसे किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने किया


आपदा मे प्रभावित लोगों की करें मदद
किन्नर अखाड़ा की नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने किया खाधान्न वितरण


प्रयागराज।
 किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी  कौशल्यानंद गिरि (टीना मा) ने कहा कि आपदा मे पीडित और प्रभावित लोगों की मदद करना सच्ची सेवा है। उन्होंने कहा कि इस समय देश के गरीब और निम्न आय के लोग कोरोना लाकडाउन मे बंदी की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित है। ऐसे मे समाज के आर्थिक रूप से संपन्न लोग आगे आकर प्रभावित लोगों की आर्थिक और खाधान्न से मदद करें  जिससे कि प्रभावित लोगों की मदद हो सकें। यह बाते किन्नर अखाडा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने बुधवार की सुबह आर्थिक रूप से प्रभावित 300 से अधिक लोगों को राजापुर मे खाधान्न वितरण के दौरान कही। 
उन्होंने बताया कि किन्नर अखाडा प्रयागराज की ओर से बैरहना, रामबाग, मुटठीगंज, बाई का बाग,  इन्द्रपुरी कालोनी सहित दर्जन भर मोहल्लों मे 500 से अधिक गरीब वर्ग के लोगों को  खाधान्न सहित अन्य जरूरी सामग्रियां कोरोना के दौरान अप्रैल और मई -2021 मे दी गयी। किन्नर अखाडा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ओम नम : शिवाय संस्था समाज सेवा मे सराहनीय कार्य कर रही है। यह संस्था प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और अयोध्या मे लाकडाउन के दौरान लाखों लोगों को प्रतिदिन सुबह - शाम खाना खिला रही है। इसके पूर्व राजापुर मे अभिषेक संत के स्कूल पर अनुराग संत और उनकी माँ श्रीमती पूनम संत ने किन्नर अखाडा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि का माल्यार्पण कर बुके देकर स्वागत किया गया। श्रीमती पूनम संत ने कहा कि लाकडाउन से ही प्रभावित लोगों की खाद्यान्न सहित अन्य सामग्रियो से पूरी तरह से मदद की जा रही है। खाद्यान्न वितरण के दौरान किन्नर अखाडा की नैना, शोभा, मनीषा, परी सहित अन्य शिष्यगण और क्षेत्रीय लोग कार्यक्रम मे शामिल हुए।

""एक जून से बाज़ारों को खोलने ,व्यापारियों को मुआवज़ा देने,व लौकडाउन में सभी एफ़आइआर वापस लेने की माँग""



प्रयाग व्यापार मंडल ने सरकार से माँग की हैं की पिछले दो महीने से कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण से व्यापारियों को भारी नुक़सान हुआ हैं। दुकान के कर्मचारियों को वेतन तक देने में काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। बिजली का बिल व अन्य प्रकार के कर का भी भुगतान करना हैं । ऐसी दशा में सरकार को आने वाली एक जून से प्रदेश के सभी बाज़ारों को तत्काल खोलने का आदेश जारी करना चाहिए।

प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय अरोरा ने कहा कि पिछले वर्ष 2020 में करोना महामारी के कारण लॉकडाउन से नुक़सान की भरपाई व्यापारी अभी तक नहीं कर पाया था और इस वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के कारण नई विपदाओं ने व्यापारी को घेर लिया है।
प्रयाग व्यापार मंडल के महामंत्री सोहैल अहमद ने कहा कि जिस तरह अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकार वेतन और अन्य सुविधाएँ दे रही है उसी तरह कम से कम कोरोना से मृतक व्यापारियों के परिवार को भी राहत मिलनी चाहिए।

जिलाध्यक्ष मो० क़ादिर ने बताया कि इससे पूर्व भी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल जी के द्वारा एवं सभी ज़िलों के संगठनों के माध्यम से प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर व्यापारियों को राहत देने की माँग की गई थी लेकिन सरकार द्वारा कोई भी सकारात्मक क़दम व्यापारियों के हित में अभी तक नहीं लिया गया।इस महामारी के समय सरकार के ज़रिए किये गये व्यापारियों के कर्मचारीगण का e-challan को तत्काल प्रभाव समाप्त किया जाए।

प्रयाग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण केसरवानी ने कहा कि व्यापारी सरकार को टैक्स भी देता हैं और जनता का सेवक भी है ,उसने लॉकडाउन में ग़रीब व असहाय लोगों की बढ़ चढ़कर मदद करी है।

सिविल लाइन्स व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील खरबंदा ने कहा कि पिछले दो माह से व्यापारियों का खरबों का नुक़सान हुआ है और इसके बावजूद व्यापारियों ने सरकार की गाइडलाइन का पालन भी किया है लेकिन अब व्यापारियों की कमर टूट गयी है अब जहाँ स्थिति सामान्य होती दिख रही है ऐसे में एक जून से बाज़ारों के खुलने का आदेश हो जाना चाहिए।

प्रयाग केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन फुटकर के अध्यक्ष राना चावला ने कहा की सरकार को व्यापारियों के बिजली का बिल में माफ़ी , बैंक लोन में माफ़ी , नगर निगम के करों में माफ़ी के साथ साथ जी.एस.टी पंजीकृत व्यापारियों को रिटर्न में भी राहत प्रदान करने के लिए जल्द घोषणा करनी चाहिए।

माँग रखने वालों में प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय अरोरा ,महामंत्री सोहैल अहमद , ज़िलाध्यक्ष मो० क़ादिर, अनिता जैसवाल,अरुण केसरवानी,सुशील खरबंदा , राना चावला , शिवशंकर सिंह ,जगदीश गुलाटी ,गिरधारीलाल अग्रवाल ,केशव मोहन गुप्ता , उमेश केसरवानी , अन्नु दुबे,पार्षद अखिलेश सिंह ,इंदर मध्यान , मनी लाल केसरवानी , सतीश केसरवानी ,ललित मोहन गुप्ता ,अम्बरीश खुराना , रविंद्र नैयर , शरद सक्सेना , मनीष सचदेव , दिनेश  सिंह ,महमूद अहमद  , विजय वैश , नसीम खान , मो० शाहिद बबलू शगुन , अजय मेहरोत्रा , सरदार प्रीतम सिंह , सरदार परमजीत सिंह, आशीष केसरवानी , अनिमेष अग्रवाल ,आशीष अरोरा ,डॉक्टर सुभाष यादव , संजय अग्रवाल , रतन अग्रवाल ,सुरेश गुप्ता , सरदार दिलजीत सिंह , मो० मोईन अख़्तर , विनय टंडन ,राजीव नैयर , धनंजय सिंह , संजय गुप्ता , शानू यादव , रानु गोटा , अतुल केसरवानी , श्याम केसवानी , प्रमोद बंसल , राजेश गुप्ता , सतीश कुशवहा, प्रफुल मित्तल, सलामत अहमद , नरेंद्र खेरा माँटू , धर्मेंद्र दिवेदी , राकेश जैसवाल नैनि , निखिल मलंग , धर्मेंद्र केसरवानी , अनूप केसरवानी , संजय अग्रवाल ,  रविंद्र गिरी , नरेश कुँद्रा , अनुज अग्रवाल , अमित साहू , निक्की केसरवानी , रोहित अरोरा , अशोकी अरोरा  ,मो० आमिर , आरिज खान ,पार्षद साहिल अरोरा,मो० अकरम शगुन।

30 जून तक बढ़ा भारत आने जाने वाले फ्लाइट पर प्रतिबंध

भारत से रवाना होने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और भारत में आने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जारी प्रतिबंधों को 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA)

Thursday, May 27, 2021

बाइक और ‍‌‌स्कूटी में हुई जोरदार टक्कर


प्रयागराज।
जूही कॉलोनी, म्योररोड, राजापुर मे दो बाइकों में हुआ भीषण एक्सीडेंट दोनों बाइक सवार गंभीर रूप से घायल घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोरोना मे पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वालों को मिले मुआवजा

*इलाहाबाद हाईकोर्ट का यूपी सरकार से जवाब तलब...*

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव  ड्यूूटी करने वाले अध्यापकों और सरकारी कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मौत मामले मे मुआवजे के ऐलान को विभेदकारी मानते हुए अध्यापक राहुल गैंगले की जनहित याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मागा है।

याची का कहना हैकि सरकार पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने के बाद जान गंवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को सिर्फ 30 लाख रुपये मुआवजा दे रही है। कोरोना वॉरियर्स के लिए मुआवजे की राशि 50 लाख रुपये है। यह नीति भेदभाव पूर्ण है।

चुनाव ड्यूटी से जान गंवाने वालों को भी कोरोना वॉ‌यरियर मानते हुए पचास लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। हाईकोर्ट ने सरकार को ऐसे अध्यापको को एक करोड मुआवजा देने पर विचार करने का आदेश भी दिया था।
 यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा व न्यायमूर्ति अजीत कुमार खंडपीठ ने दिया है।

अर्जी में कहा गया है कि  संक्रमित कर्मचारियों को कोई मेडिकल सुविधा नहीं दी गई। उनकी मौत हो गयी। इसलिए पीडित परिवारों को उचित मुआवजा पाने का हक है।

पुलिस के जिंदादिली

प्रयागराज।
एसएसपी आवास पर फरियाद लेकर आए वृद्ध महिला ने जब कुर्सी पर बैठने से इंकार कर दिया तो वहां तैनात उ.नि. विपिन पाल ने वहीं रोड पर बैठकर सुनी वृद्धा की पूरी फरियाद।

Sunday, May 23, 2021

क्यों सिंगर को बैंड और साउंड चेक करने की जरूरत है

बैंड ने जो सदस्य होते हैं वह अपने परफॉर्मेंस को देने से पहले अपने सभी म्यूजिक सिस्टम से लेकर के इस्तेमाल होने वाली सारी चीजों की अच्छे से जांच पड़ताल करते हैं जैसे कि पहले मॉनिटर और फिर आप, गायक या वोकल सेक्शन आपकी खुद की ध्वनि जांच करेंगे, जब संगीत वाद्ययंत्रों के लिए साउंड सिस्टम उपलब्ध होगा ... जब आपका बैंड और आप  चूंकि मुख्य गायक इलेक्ट्रॉनिक संगीत वाद्ययंत्र जैसे इलेक्ट्रिक गिटार, इलेक्ट्रिक बास या माइक्रोफ़ोन इत्यादि का उपयोग करता है, इसलिए ध्वनि जांच करना उपकरणों की आवाज़ और आपकी आवाज़ को संतुलित करने के लिए आवश्यक है। आपके बैंड के सदस्य अपने स्वयं के उपकरणों और उनके सिस्टम की जांच करेंगे।  जैसे कि पहले मॉनिटर और फिर आप, गायक या वोकल सेक्शन अपना साउंड चेक आखिरी बार करेंगे जब संगीत वाद्ययंत्रों के लिए साउंड सिस्टम पहले से ही अच्छी तरह से संतुलित हो जाए।  इस क्रम में ध्वनि जांच आपको यह सुनने में सक्षम करेगी कि जब आप वास्तव में अपने बैंड के साथ गा रहे होते हैं तो आप कैसे ध्वनि करते हैं। ध्वनि जांच के दौरान, सुनिश्चित करें कि यदि आप अपने गायन प्रदर्शन के दौरान घूमना या नृत्य करना चाहते हैं तो आपका माइक्रोफ़ोन अपने स्टैंड से मुक्त है।  साथ ही साउंड इक्विपमेंट टेक्नीशियन से अपने सामने एक मॉनिटर लगाने के लिए कहें ताकि आप खुद को गाते हुए सुन सकें।  यदि आप ध्वनि मॉनिटर इयरपीस की एक जोड़ी पर अपना हाथ रख सकते हैं, तो यह बेहतर होगा क्योंकि इससे आपको घूमने और अपने दर्शकों और प्रशंसकों का मनोरंजन करने के लिए और अधिक जगह मिलेगी। गायक के माइक्रोफ़ोन की जांच कैसे करें?  माइक्रोफ़ोन बैंड द्वारा उत्पादित आवाज़ से अधिक तेज़ और ऊपर होना चाहिए ताकि आपकी आवाज़ गीतों को अच्छी तरह से ले जा सके और आपकी भावना, गीत की व्याख्या और भावनाओं को स्पष्ट रूप से चित्रित करने में सक्षम हो।  कभी-कभी, इसका परिणाम ज़ोर से फ़ीडबैक (माइक्रोफ़ोन द्वारा उत्पन्न ज़ोर से भेदी कर्कश ध्वनि) में इतना अधिक हो सकता है कि आपके ध्वनि तकनीशियन या स्वयं को पता होना चाहिए कि चिड़चिड़ी चीखने वाली प्रतिक्रिया होने से पहले अधिकतम मात्रा कहाँ हो सकती है।  ध्वनि तकनीशियन को अपने ध्वनि बोर्ड नियंत्रण पर इस सीमा को चिह्नित करना चाहिए। गीतों के अर्धचंद्राकार भागों के दौरान, माइक्रोफ़ोन से दूर चले जाएं ताकि आप प्रतिक्रिया को ट्रिगर न करें और गीतों के नरम भाग के दौरान फिर से वापस चले जाएं।  ऐसा करने से, आप न केवल फ़ीडबैक को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं, बल्कि आप संवेदनशील श्रोताओं को भी परेशान नहीं करेंगे जो ज़ोर से गायन का आनंद नहीं ले सकते।  दूसरी ओर, जब गायन नरम होता है और आप अपने श्रोताओं से बहुत दूर होते हैं, तो हो सकता है कि वे यह पता लगाने में सक्षम न हों कि आप क्या गा रहे हैं और यही कारण है कि जब गीत की व्याख्या कॉल आती है तो आपको माइक्रोफ़ोन के करीब जाने की आवश्यकता होती है।  आपके लिए मधुरता से गाने के लिए। 'P' और 'B' से शुरू होने वाले व्यंजन या बोल पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।  जब आप माइक्रोफ़ोन में ज़ोर से गा रहे होते हैं, तो ये व्यंजन माइक्रोफ़ोन पर विस्फोटक पॉप पॉप ध्वनियाँ पैदा कर सकते हैं।  यदि आप 'एम' सोचते हैं, तो आप 'प्लीज़' और 'बेबी' को स्पीकर से बाहर निकलने से रोक पाएंगे। अंतिम साउंड चेक साउंड चेक सत्र के अंत में, आपको और आपके बैंड को कुछ गानों के माध्यम से चलना चाहिए।  यह केवल इसलिए नहीं किया जाता है क्योंकि आप सुनना चाहते हैं कि श्रोताओं के दृष्टिकोण से ध्वनि अच्छी है या नहीं, बल्कि यह भी कि क्या आपके सभी बैंड सदस्य स्वयं को सुन सकते हैं, संपूर्ण बैंड और उनके मॉनिटर से ध्वनि।

आप डांस क्यों नहीं सीख सकते सीख सकते हैं ...?सीख सकते हैं।

ऐसे कई तरीके हैं जिनसे कोई व्यक्ति डांस करना सीख सकता है यदि वह ऐसा करने की सोचे तो।  समस्या यह है कि सीखने की प्रक्रिया में दिखाई देने के डर से बहुत से लोग नृत्य सीखने से कतराते हैं, इसके बावजूद ऐसा करने की सच्ची इच्छा रखते हैं।  यह आपके जीवन में नृत्य के आनंद को लाने से बचने का एक ऐसा दुखद कारण है और एक ऐसा जिसे आसानी से टाला जा सकता है यदि आप आवश्यक प्रयास करने के लिए तैयार हैं।
 सबसे पहले, आप अपने घर के आराम में नृत्य करना सीख सकते हैं।  नृत्य सीखने के लिए आपको दर्पण के साथ एक डांस हॉल या स्टूडियो की आवश्यकता नहीं है, भले ही वे इस प्रक्रिया में सहायक हों।  पूरी सच्चाई में बिना किसी शिक्षक के भी घर पर नृत्य करना सीखना काफी संभव है।

 बाजार में कई डीवीडी और निर्देशात्मक टेप और वीडियो हैं जो नृत्य की कई अलग-अलग शैलियों की मूल बातें सिखा सकते हैं।  यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आप किस प्रकार के नृत्य में सबसे अधिक रुचि रखते हैं, तो यह पता लगाने के लिए कि आप किस प्रकार के नृत्य में सबसे अधिक रुचि रखते हैं, कुछ डीवीडी ऑर्डर करके शुरू करना एक भयानक विचार नहीं है।  ऐसा करने के बारे में वास्तव में साफ बात यह है कि आप अपने ही घर में पर्दे के साथ सीखने की प्रक्रिया हो सकते हैं और किसी को भी समझदार होने की आवश्यकता नहीं होगी।

 बेशक यदि आप घर पर सीखने जा रहे हैं तो आप अपने जीवनसाथी या साथी को इसमें शामिल करना चाहते हैं और यह देखना चाहते हैं कि क्या वह मनोरंजन के साथ-साथ एक साधन के रूप में नृत्य की खुशियों की खोज के रास्ते में आपका साथ देना चाहेगा।  अपने जीवन में एक अतिरिक्त स्तर की शारीरिक गतिविधि लाने के लिए।  वास्तव में अच्छी खबर यह है कि इस प्रकार की शारीरिक गतिविधि व्यायाम की तरह महसूस नहीं होगी और यदि आप अपने साथी के साथ अपने कार्ड सही तरीके से खेलते हैं तो इससे अन्य प्रकार की शारीरिक गतिविधि हो सकती है।  ध्यान रखें कि बहुत से लोग नृत्य को अन्य रोमांटिक गतिविधियों के लिए एक बहुत ही रोमांटिक अग्रदूत मानते हैं।

 रोमांस विभाग से पीछे हटकर आप अपने बच्चों में एक महान और कभी-कभी बेरहम दर्शक भी पा सकते हैं।  वे महान अभ्यास भागीदार और गिनी पिग भी बनाते हैं और यदि आप भत्ते को नियंत्रित करते हैं, तो आप घटना के माध्यम से अपने संभावित घायल अहंकार की मदद करने के लिए एक या दो तारीफ निचोड़ने का प्रबंधन भी कर सकते हैं।  हालांकि जब नृत्य की बात आती है तो बच्चे बहुत मज़ेदार होते हैं और (छोटे बच्चे वैसे भी) लगभग हमेशा पीछे हटने के लिए तैयार रहते हैं और माँ या पिताजी के खर्च पर हंसते हैं।  यदि आप चीजों का एक बहुत ही मजेदार दोपहर बनाना चाहते हैं, तो अपने बच्चों को 'डांस ऑफ' करने के लिए चुनौती दें, आपको आश्चर्य हो सकता है कि आखिरी कौन खड़ा है।

 यदि आप सीखी गई बातों को लागू करते हैं, तो घर पर नृत्य करना सीखना एक पुरस्कृत अनुभव हो सकता है।  न केवल आपको एक नए शौक का लाभ मिलता है बल्कि आप अनिश्चितता और असुरक्षा के बिना ऐसा करने का प्रबंधन भी करते हैं जो अक्सर सबक का एक सामान्य हिस्सा होता है।  दर्शकों का होना एक भयावह बात हो सकती है, हालांकि, एक बार जब आप बाल परीक्षण पास कर लेते हैं, तो आपको सबसे क्रूर दर्शकों के लिए तैयार रहना चाहिए जो कोई भी डांस स्टूडियो दे सकता है।  आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कक्षा में अन्य छात्र (क्या आपको कभी यह तय करना चाहिए कि आप वास्तविक कक्षा लेने के लिए तैयार हैं) शायद अपने कौशल के स्तर के बारे में उतने ही घबराए हुए हैं जितने आप हो सकते हैं।

आप नृत्य के बारे में क्या जानते हैं?

जब डांस की बात आती है क्यों पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति मन और शरीर को नृत्य से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा का अनुभव नहीं करना चाहेगा?  सच में, सभी नृत्यों में गुलाबी टुटु पहनना शामिल नहीं होता है और नृत्य के कई रूप प्रकृति में काफी मर्दाना होते हैं इसलिए मर्दानगी को बनाए रखना किसी भी तरह से नृत्य न करने का पर्याप्त बहाना नहीं हो सकता है।

 जब नृत्य की बात आती है तो नृत्य की कई दिलचस्प और अद्भुत शैलियाँ हैं जो दुनिया भर में फैली हुई हैं।  पुराने के हथियार नृत्यों से (जो कि पौरुष और पुरुषत्व का एक आदर्श प्रदर्शन है, हालांकि औपचारिक नृत्य के अलावा आज व्यापक रूप से अभ्यास नहीं किया जाता है) बैले या बॉलरूम नृत्य की कृपा और सुंदरता के लिए नृत्य का कोई न कोई रूप होना लगभग निश्चित है जो आकर्षक होना चाहिए।  ग्रह पर लगभग किसी को भी।

 जब नृत्य की बात आती है तो मूल अमेरिकियों का एक उत्कृष्ट दृष्टिकोण और आदर्श था।  उन्होंने लगभग किसी भी कारण से नृत्य किया और ढोल की थाप को अपनी मार्गदर्शक भावना के रूप में काम करने दिया।  मूल अमेरिकियों ने पूजा के लिए, बारिश के लिए, खुशी के लिए, दुःख के लिए और युद्ध की तैयारी के लिए नृत्य किया।  उनके नृत्य दिल को छू लेने वाले थे और उनके व्यक्तिगत स्वभाव का उतना ही हिस्सा थे जितना कि यह उनकी आदिवासी पहचान थी।  नृत्य उनकी संस्कृति और विरासत का एक अनिवार्य हिस्सा था और आज भी इसे बहुत कम मात्रा में पारित किया जाता है।

 जबकि कुछ धर्म नृत्य को हतोत्साहित करते हैं, अन्य लोग नृत्य को पूजा और अपने देवताओं के प्रति प्रतिबद्धता के रूप में अपनाते हैं।  कुछ लोग प्रशंसा की अभिव्यक्ति के रूप में नृत्य को प्रोत्साहित करते हैं।  अन्य लोग अपने देवताओं के आशीर्वाद और उदारता की खुशी के लिए या अपने देवताओं को प्रस्तुत करने के लिए नृत्य करते हैं।  इस तथ्य के बावजूद कि दुनिया के कई धर्मों में नृत्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।  यदि आप आस्तिक हैं, तो मैं आपके विश्वासों को भौतिक रूप में व्यक्त करने की तुलना में नृत्य करने के कुछ बेहतर कारणों के बारे में सोच सकता हूं।

 कुछ लोग केवल इसलिए नृत्य करते हैं क्योंकि उन्हें संगीत पसंद है और अन्य लोगों को नृत्य करते हुए देखने में आनंद आता है।  सभी प्रकार की मज़ेदार नृत्य शैलियाँ हैं जिनका अभ्यास अकेले, एक जोड़े के रूप में, या एक बहुत बड़े समूह के हिस्से के रूप में किया जा सकता है।  संयुक्त राज्य अमेरिका में लाइन डांसिंग और स्क्वायर डांसिंग एक बड़े समूह के साथ-साथ कई प्रकार के प्रतिस्पर्धी नृत्य और बैले कंपनी या अन्य प्रकार की प्रतिस्पर्धी या पेशेवर नृत्य कंपनी के हिस्से के रूप में नृत्य करने के उत्कृष्ट तरीके हैं।  कुछ हद तक नृत्य करने वाले जोड़ों में वर्गाकार नृत्य शामिल हैं लेकिन नृत्य के अन्य रूप जैसे बॉलरूम नृत्य भी शामिल हैं।  एकल नृत्य प्रतिस्पर्धी नृत्य के लिए काफी आरक्षित है और इसे परिपूर्ण करने के लिए अक्सर वर्षों के अभ्यास की आवश्यकता होती है।  कुछ लोग इस तरह के नृत्य के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं और फिर भी प्रतिस्पर्धी नृत्य सर्किट पर अपनी छाप छोड़ने का प्रबंधन नहीं करते हैं।
 फिटनेस के लिए डांस करना एक और लहर है जो दुनिया में तूफान ला रही है।  ऐसे कई तरीके हैं जिनसे यह किया जा सकता है और यह उन लोगों के बीच काफी प्रभावी है जो अन्यथा बिल्कुल भी व्यायाम नहीं करेंगे और साथ ही उन लोगों के लिए भी जो केवल नृत्य करना पसंद करते हैं।  यह आपकी सीट से उठकर संगीत की ओर बढ़ रहा है।  एक अच्छा ड्राइविंग बीट ढूंढें, पर्दे बंद करें और तब तक नाचें जब तक आप सांस नहीं ले सकते।  मौज-मस्ती करते हुए और यह महसूस न करते हुए कि आप व्यायाम कर रहे हैं (हांफते हुए) व्यायाम करने के लिए यह एक शानदार तरीका है।  बात पर मन लगाना बड़ी बात है।  यदि यह व्यायाम की तरह नहीं लगता है तो आपके शरीर, मन या आत्मा के विरोध का कोई कारण नहीं है, है ना?
दुनियाभर में नृत्य कुछ हद तक एक नवीनता का खेल बनता जा रहा है।  रियलिटी टेलीविज़न शो जैसे "डांसिंग विद स्टार्स" और फिल्मों जैसे रिचर्ड गेरे-शाल वी डांस ने बॉलरूम नृत्य को औसत व्यक्ति के लिए लोकप्रिय और आकर्षक बना दिया है, जिसने पहले कभी इस तरह के नृत्य पर विचार नहीं किया होगा।  किसी व्यक्ति के नृत्य करने के इतने अद्भुत कारणों के साथ आप पृथ्वी पर नृत्य क्यों नहीं करना चाहेंगे।
नृत्य ईश्वर काााा्ाााााााा्ााााााा्ाााााााााा्ााााा्ाााााााा्ााााााा्ाा दिया वह अनमोल रत्न्न्न है जिसकाा

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