Varanasi : काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के एम्फीथिएटर मैदान में डीआरडीओ द्वारा बनाए गए पंडित राजन मिश्र अस्थायी कोविड अस्पताल के कर्मचारियों ने रविवार की सुबह जमकर हंगामा किया। अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हाउसकीपिंग कर्मचारियों का आरोप है कि, जॉइनिंग के समय 18000 रुपये महीने पर हमारी नियुक्ति हुई थी, अब काटकर ₹9000 कर दिए हैं। वहीं, रविवार की सुबह जब अस्पताल के अंदर जाने लगे तो हमे रोक दिया गया। अंदर जाने से मना किया गया। कहा गया आप लोग घर जाइए।जिसके बाद इन लोगों ने कारण पूछा तो कहा काम नहीं है।साथी महिलाओं के साथ अभद्रता की गई। आरोप है कि सभी महिला-पुरुषों के आई कार्ड छीन लिए गए।
सूचना पाकर मौके पर बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड सहित तमाम अधिकारी पहुंचे। डीआरडीओ अस्पताल के बाहर उनको समझाया। कर्मचारी मनीष शर्मा ने बताया छह महीने तक हमे कार्य करना है। एक महीना होने जा रहा है अभी तक हमें वेतन नहीं मिला है। हम लोग 50 से 60 लोग यहां पर कार्य करते हैं आज सुबह हम लोगों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
याद होगा, कोरोना महामारी के दूसरी वेब के दौरान प्रधानमंत्री के निर्देश पर पीएम केयर फंड से 750 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल डीआरडीओ द्वारा बनाया गया था। जिसमें 250 आईसीयू बेड और 500 सामान्य बेड हैं।
No comments:
Post a Comment